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अफगान पड़ोसी देशों और अफगानिस्तान के विदेश मंत्रियों का सम्मेलन आयोजित

criPublished: 2022-04-01 13:27:41
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31 मार्च को चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने आनहुई प्रांत के थ्वनशी में अफगानिस्तान के पड़ोसी देशों और अफ़गान विदेश मंत्रियों के सम्मेलन की अध्यक्षता की। अफगानिस्तान के पड़ोसी देशों के समन्वय व्यवस्था के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों और प्रतिनिधियों, अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार के विदेश मंत्री अमीर खान मुताकी, कतर के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मुहम्मद और इंडोनेशिया की विदेश मंत्री रेटो लेस्टारी प्रिंसारी मारसुडी आदि सम्मेलन में उपस्थित हुए।

वांग यी ने कहा कि अफगानिस्तान का पड़ोसी देश होने के नाते, हम सबने युद्ध से अफगान लोगों के समक्ष आयी आपदाओं को देखा है और अफगानिस्तान के परिवर्तन से बुरा प्रभाव भी मिला है। हम सब चाहते हैं कि अफगानिस्तान में यथाशीघ्र ही शांति, स्थिरता, विकास और समृद्धि को बरकरार रखा जा सकेगा।

वांग यी ने अफगानिस्तान के पड़ोसी देशों के विदेश मंत्रियों के तीसरे सम्मेलन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने जोर दिया कि पड़ोसी देशों को सहयोग पर कायम रहकर प्रतिरोध नहीं करना चाहिए, समानता से व्यवहार करना चाहिए और प्रभुत्व का विरोध करना चाहिए। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अफगान सवाल पर ध्यान देकर अफगानिस्तान में ज्यादा पूंजी देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हमें अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ अफगान लोगों के और सुन्दर भविष्य की रचना करनी चाहिए।

अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार के विदेश मंत्री मुताकी ने कहा कि अफगानिस्तान विभिन्न पक्षों के ध्यान पर ख्याल करता है, किसी भी बाहरी शक्ति के अफगान भूमि पर कब्जा करने और अफगान भूमि का प्रयोग कर अन्य देशों का विरोध करने के ख़िलाफ़ है। अफगानिस्तान पड़ोसी देशों के साथ शांतिपूर्ण सहअस्तित्व कर मैत्रीपूर्ण संबंधों का विकास करना और आपसी लाभ वाला सहयोग करना चाहता है। आशा है कि पड़ोसी देश यथाशीघ्र ही अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार को राजनयिक मान्यता देंगे । उन्होंने कहा कि अमेरिका ने लम्बे अरसे से अफगानिस्तान की राजनीतिक और आर्थिक प्रभुसत्ता को नुकसान पहुंचाया है। अफगानिस्तान अमेरिका पर निर्भर नहीं रहेगा। आशा है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय अफगानिस्तान को सहायता और मदद दे सकेगा।

सम्मेलन में उपस्थित विभिन्न देशों के विदेश मंत्रियों और प्रतिनिधियों ने अफगान सवाल पर रुख प्रकट किया और कहा कि वार्ता से क्षेत्रीय देशों खास तौर पर पड़ोसी देशों के अफगान अंतरिम सरकार के बीच आपसी समझ को बढ़ाया गया है, जो बाद में सहमति से अफगानिस्तान को और ज्यादा व्यवहारिक मदद देने के लिए लाभदायक है।

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